
जन्म दिया जिन्होंने,उन्हे कल भुला ना देना,
हंस रहे हैं जो आज,उन्हे कल रुला ना देना।।
सिखाया है जिन्होंने,उंगली पकड़ कर चलाना,
कल उनके सपनों को मिट्टी में मिला ना देना।
खिलाया है जिन्होंने तुम्हे खुद भूखा रहकर,
उन्हें कभी भूल से भूखा मत सुला ना देना।
पढ़ाया लिखाया है तुम्हे खुद अनपढ़ रहकर,
पढ़ लिख कर,मां बाप का दिल दुखा ना देना।
रखना अपने पास उनको,उन्होंने तुम्हे रक्खा है,
वृद्ध आश्रम भेजकर,उनके दिल हिला ना देना।
कहता है रस्तोगी,मां बाप की सदा ही सेवा करना,
मिलेगा आशीर्वाद उनका,ये बात भुला ना देना।।
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम