साथी चाहिए

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कटती नहीं उम्र मेरी
अब तेरे बिना।
मुझको किसी से मानो
प्यार हो गया।
जिंदगी की गाड़ी अकेले
अब चलती नहीं।
एक साथी की मुझे
अब जरूरत आ पड़ी।।

मिलना मिलाना जिंदगी का
एक दस्तूर है लोगो।
खिल जाता है दिल जब कोई
अपना मिलता है यहां।
जिंदगी के इस सफर में
मिलकर चलो सभी।
यूँ ही जिंदगी हंसते हँसते
मानो गुजर जायेगी।।

मतलबी लोगों से थोड़ा
बच के तुम चलो।
कब धोका तुम्हें दे देंगे
पता चलेगा भी नहीं।
इसलिए अपनेपन की
परिभाषा तुम सीखो लो।
फिर उसके अनुसार ही
अपनो को तुम चुनो।।

जीवन तुम्हारा सही में
सवंर जाएगा।
हर मुश्किल की घड़ी में
अपना तुम्हें दिख जाएगा।
कौन तेरे साथ खड़े है
मुश्किल की घड़ी में।
सब कुछ तुझे
समाने नजर आएगा।।

अच्छे बुरे लोग
तुझे दिख जाएंगे।
चक्र संसार का
तुझे समझ आ जायेगा।
जिंदगी को जीना
कोई आसान नहीं होता।
मिल जुलकर जीओगें तो
जिंदगी में आनदं आएगा।
इसलिए साथी का साथ
होना बहुत जरूरी हैं।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुंबई)

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