Read Time38 Second
मेरे कंधे पर सिर रखकर सोने लगती जो लड़की,
जज्बातों में इतनी आशिक होने लगती जो लड़की,
पता नहीं किन स्थितियों में पड़कर मुझको भूल गई,
मुझसे बिछुड़ेगी वह कैसे
रोने लगती जो लड़की।
शब्द अर्थ जज्बात सभी कुछ मुदिता लेकर चली गई,
मानस से गीतों गजलों की सरिता लेकर चली गई,
उसकी याद में रो लेता हूं, लिखते किंतु नहीं बनता..
रति भावों की लगता सारी, कविता लेकर चली गई।
#डॉ.कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’
#डॉ.कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’
Post Views:
503