
बड़ी सोच का बड़ा है जादू,
ये जादू कमाल कर जाता है।
बड़ी सोच होती है जिसकी,
वो जग में परचम लहराता है।
अपनी निष्ठा और लगन से,
वो असंभव को संभव करता है।
डिगा ना पाए जिसको निराशा,
आशाओं का ऐसा बांध बनाता है।
ठोकरों से कभी ना बिखरे ,
खुद को फौलाद बनाता है।
आए यदि सुनामी दुःखों की,
तनिक ना वो घबराता है।
सत्य की पावन गंगा जिसके,
दिल में सदा ही बहती है।
नेक इरादों की ज्योति सदा ,
जिसके हृदय में जलती है।
हौंसलों के पंख लगाकर ,
ऊंची उड़ान जो भरता है।
अपने साहस से जग में वो,
हासिल हर मुकाम करता है।
ऊंच नीच और जात पात से,
जिसे कोई फर्क ना पड़ता है।
दीन दुःखी को गले लगाकर,
वो सारे भेद मिटाता है।
सारे जग का कल्याण ही,
जो अपना लक्ष्य बनाता है।
अपने पराए का भेद किए बिन,
सबको जो अपनाता है।
ईश्वर भी खुश होकर उसको,
किस्मत लिखने का हक देता है।
इतिहास के पन्नों पर वो एक दिन,
अपना नाम अमर कर जाता है।
अंतर्मन के दीप जलाकर,
सपने भी कुछ बड़े देखो।
रखकर दिल पर हाथ रेे बंदे,
खुद पर भरोसा करना सीखो।
रचना
सपना (स० अ० )
जनपद औरैया