बड़ी सोच

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बड़ी सोच का बड़ा है जादू,
ये जादू कमाल कर जाता है।
बड़ी सोच होती है जिसकी,
वो जग में परचम लहराता है।

अपनी निष्ठा और लगन से,
वो असंभव को संभव करता है।
डिगा ना पाए जिसको निराशा,
आशाओं का ऐसा बांध बनाता है।

ठोकरों से कभी ना बिखरे ,
खुद को फौलाद बनाता है।
आए यदि सुनामी दुःखों की,
तनिक ना वो घबराता है।

सत्य की पावन गंगा जिसके,
दिल में सदा ही बहती है।
नेक इरादों की ज्योति सदा ,
जिसके हृदय में जलती है।

हौंसलों के पंख लगाकर ,
ऊंची उड़ान जो भरता है।
अपने साहस से जग में वो,
हासिल हर मुकाम करता है।

ऊंच नीच और जात पात से,
जिसे कोई फर्क ना पड़ता है।
दीन दुःखी को गले लगाकर,
वो सारे भेद मिटाता है।

सारे जग का कल्याण ही,
जो अपना लक्ष्य बनाता है।
अपने पराए का भेद किए बिन,
सबको जो अपनाता है।

ईश्वर भी खुश होकर उसको,
किस्मत लिखने का हक देता है।
इतिहास के पन्नों पर वो एक दिन,
अपना नाम अमर कर जाता है।

अंतर्मन के दीप जलाकर,
सपने भी कुछ बड़े देखो।
रखकर दिल पर हाथ रेे बंदे,
खुद पर भरोसा करना सीखो।

रचना
सपना (स० अ० )
जनपद औरैया

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।