जिंदगी एक किराए का मकान

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जिंदगी एक किराए का मकान है ,
उसमें बसने वाले हर पराए का नाम है।

मां -बाप भी आधे वक्त तक साथ रहते हैं,
बाकी के लिए किसी और को हमारा बनाए रहते हैं।

कुछ पल भर में ही अपने बन जाते हैं ,
और कुछ जीवन भर पराए ही रह जाते हैं।

लोग आते रहते हैं ,और जाते रहते हैं,
नई सीख और सबक सिखाते रहते हैं।

तन – मन पर कब्जा; दूसरों का बनाए रहते हैं,
फिर भी दिन – रात, राम-राम लगाए रहते हैं।

सुख और दुख का फेरा लगाए रहते हैं,
फिर भी पल दो पल की खुशियां बनाए रहते हैं।।

#आकांशा पटेल

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