
आजादी का मतलब केवल, झंडा फहराना नहीं होता..
आजादी का मतलब केवल, राष्ट्रगान गाना नहीं होता..
पुरखों ने बलिदान दिया, तब जाकर आजादी पाई…
रंग दे बसंती उन्होंने गाया, तब मां भारती इस चोले में आई..
उन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि, केवल पुष्ट चढ़ाना नहीं होता..
आजादी का मतलब केवल, झंडा फहराना नहीं होता…
महापुरुषों की तस्वीरें ,इस युवा पीढ़ी को दिखला दो..
और बेटी की इज्जत कैसे हो, अपने बेटों को सिखला दो…
केवल डिग्री का लाना ही, शिक्षित हो जाना नहीं होता..
आजादी का मतलब केवल, झंडा फहराना नहीं होता…
आजादी का मतलब केवल, राष्ट्रगान गाना नहीं होता…
सचिन राणा “हीरो”
हरिद्वार उत्तराखंड