बहन

0 0
Read Time1 Minute, 39 Second

बहन के जन्म लेने पर भी
मां स्वयं को निसन्तान मानती रही
मुझे दुनिया मे लाने को
आए दिन वह छटपटाती रही
न जाने कितनी मन्नते की
धर्मालयो के चक्कर काटे
मां की प्रबल पुत्र कामना से
बहन ने खुद को जोड़ लिया
भाई चाहत को आगे आई
परमात्मा से फरियाद लगाई
व्रत रखें,पूजा,मन्नत की
16 सोमवार के दीया जलाई
तब जाकर मेरा उदभव हुआ
साथ मे मेरे ‘मैं’ का भी
मैं मां की आंखों का तारा था
पिता का राजदुलारा था
बहन के दिल की धड़कन था
यानि सबकुछ मैं ही मैं था
भूल चुके थे उस बहना को
जो खुशियों का आधार बनी
मेरा ‘मैं ‘बढ़ता ही गया
बहन पर हावी होता ही गया
मेरी शरारत ,शरारत न थी
बहन का बोलना अखरता था
मेरे खाने में दूध मलाई
बहन को सूखा खाना पड़ता था
मेरी पढ़ाई कान्वेंट में
उसे सरकारी में जाना पड़ता था
भेदभाव की इंतहा पर भी
मैं गुस्से से लाल रहा
बहन शांत स्वभाव वाली रही
मेरे से घर मे बवाल रहा
जिसे पराई अमानत कहते हम
उसी से घर खुशहाल रहा
खुद रक्षा को मेरी आगे रहती
रक्षा बंधन वही निभाती है
मैं खुश रहूं ‘मैं’ त्यागकर
बहन दुआ यही मनाती है।
#डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट
रुड़की(उत्तराखंड)

matruadmin

Next Post

आया रक्षाबंधन का त्यौहार

Mon Aug 3 , 2020
आया रक्षाबंधन का त्यौहार लाया भाई बहिन का प्यार। बहन भाई को रक्षा सूत्र बांधे, अपनी रक्षा का वचन है मांगे। सावन की पूर्णमासी का है त्यौहार, आज है भोले बाबा का भी सोमवार। लायेगा ये खुशियां भी अपरंपार, पर भाई बहिन का भी त्यौहार बहन भाई को तिलक लगावे, […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।