Read Time33 Second

राह तुम्हारी तकता परमात्मा
कैसी है उनकी दिव्य आत्मा
तुम उनको भूले रहते हो
किस धुन में खोए रहते हो
अमृत बेला उठकर पहले
अपने प्रभु को प्रणाम करो
कुछ अपनी सुनाओ प्रभु को
कुछ उनका अंतर्ध्यान करो
कुछ भी खाओ सबसे पहले
प्रभु की सेवा में अर्पण करो
यह जीवन उन्ही की देन है
इस जीवन के लिए धन्यवाद करो।
#श्रीगोपाल नारसन
Post Views:
479