
बीस बीस का भारत अपना
सभी मुल्को पर तीस हो
ना पड़े जरूरत किसी की
ऐसी प्रगति चहुँ ओर हो।
अपने पराये का भेद मिटे
सभी के हृदय समरूप हो
अनेकता में एकता की
पुनः ऐसे ही गठजोड़ हो।
एक भारत श्रेष्ठ भारत
नारा सबके अनुरूप हो
फले फूले बढे सभी
ऐसा नेक प्रारूप हो।
जन जन की आकांक्षा
ना बढ़ पाए महत्वाकांक्षा
जिन पर लगाम लगाने की
विधि प्रणाली मजबूत हो।
बल बुद्धि विकास भी
रफ्तार दे रहे सरकार की
जन आकांक्षाओं के लिए
ऐसी नीति प्रणाली विकसित हो।
जब जब आए विपदा
सभी को मदद की चाहत जगे
बने बीस बीस का भारत
सभी मुल्को पर तीस लगे।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति