हिन्दीभाषा को मिले ऊंचाई

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2020 का मेरा संकल्प है,
हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले।
पूरे हिंदुस्तान के हर शहर में,
हर भारतीय की जुबा से ये बोली जाए।
जिसने मुझे को बहुत सम्मान दिलवाए।
ऐसी मीठी भाषा को,
में क्यो छोड़ दूं।
कहने वाले को और
सुनने वाले को,
ये बहुत ही सरल लगी है।
आओ मिलकर हम सब
ले एक शपथ,
2020 में इसे राष्ट्रभाषा बनाएंगे हम।
और विश्व के पटल पर
इसकी,
फताका फैराके दिखाएंगे हम।
जिसको हिंदी से है
प्यार वो इससे जुड़े,
और भारत नाम रोशन करें।
संजय ये संकल्प फिर से
दौहरता है,
हिंदीभाषा को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे हम।
इसलिए मेरी प्रार्थना सुनो
भारतीयों,
राष्ट्रभाषा हिंदी को बनवा दो।
और 2020 को अमर वर्ष में,
नाम इसका अंकित करा दीजिए।।

#संजय जैन 

परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों  पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से  कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें  सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की  शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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