साहित्य मंडल कवि गोष्ठी में कवियों की शानदार प्रस्तुति

0 0
Read Time3 Minute, 41 Second

युवा कवि मनोज मुसव्विर का जन्मदिन मनाया गया

गोंदिया।

साहित्य मंडल गोंदिया ने विगत 5 जनवरी 2020 रविवार को ओम त्रिमूर्ति भजन मंडल द्वारा संचालित संत गजानन महाराज देवस्थान, ग्रामोद्योग चौक के अतिथि कक्ष में मंडल के सक्रिय सदस्य मनोज बोरकर ‘मुसव्विर’ के संयोजन में नववर्ष 2020 के स्वागतार्थ कविगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें आमंत्रित अतिथि व स्थानीय कवियों ने अपनी कविताओं से खूब रंग जमाया। विशेष उल्लेखनीय जाने-पहचाने कवि व्यंग्यकार मनोज बोरकर के जन्मदिन पर समस्त कवियों एवं पारिवारिक सदस्यों ने उनका भावभीना अभिनंदन किया।
अध्यक्षता नागपुर से पधारे प्रसिद्ध कवि तन्हा नागपुरी ने की। बतौर अतिथि ख्यातनाम शायर जनाब आरिफ जमाली कामठी, व्यंग्यकार सुदामा आक्रांत नागपुर व कवि रूपचंद जुम्हारे भानेगाँव मंच पर विराजमान थे।अतिथि स्वागतोपरान्त कवि गोष्ठी का आगाज वरिष्ठ कवि शशि तिवारी द्वारा माँ शारदा की वंदना से हुआ। सौ. कोल्हटकर ने मराठी में अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की, वहीं छंदविधा के कवि हस्ताक्षर निखिलेशसिंह यादव ने छंद व मुक्तकों से अच्छा वातावरण बनाया। कवि नरेश आर. गुप्ता, प्रा.चिरंजीव बिसेन, कवि महेन्द्र कोल्हटकर, सौ.उमा गजभिये, सोनाली खरतडे, सुरेन्द्र जगने, प्रा.प्रभाकर लोंढे की रचनाएँ प्रभावशाली रहीं।कवि छगन पंचे का अपना अलग अंदाज व मनोज बोरकर मुसव्विर के व्यंग्य ने अलग रंग जमाया।आम्बेडकरवादी कवि युवराज गंगाराम, कवयित्री डॉ.नूरजहाँ पठान, नागपुर के व्यंग्यकार सुदामा आक्रांत, तन्हा नागपुरी, कामठी के शायर आरिफ जमाली, भानेगाँव के कवि रूपचंद जुम्हारे, गोंदिया के वरिष्ठ गीत एवं व्यंग्यकार शशि तिवारी व रमेश शर्मा ने कविगोष्ठी को अपनी काव्यप्रस्तुति से चिरस्मरणीय बना दिया। वरिष्ठ कवि माणिक गेडाम एवं प्रकाश मिश्रा ने भी कवि मनोज को बधाई दी। आरंभिक कार्यवाही का संचालन नरेश गुप्ता ने व कवि गोष्ठी का कुशल संचालन कवि रमेश शर्मा ने बखूबी संभाला। इस प्रसंग पर अध्यक्षीय संबोधन में तन्हा नागपुरी ने बड़े काव्यमंचों की तुलना में कहीं अधिक श्रेष्ठ आयोजन निरूपित कर साहित्य मंडल को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में रसिक श्रोताओं के साथ बोरकर परिवार के सदस्य व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।मनोज बोरकर ने आगंतुकों का आभार माना। कार्यक्रम के सफलतार्थ राजेश मेश्राम, रीना मेश्राम, चंचल बोरकर आदि ने सहयोग किया।

matruadmin

Next Post

हिंदी विश्‍वविद्यालय में विश्‍व हिंदी दिवस का आयोजन शुक्रवार को

Fri Jan 10 , 2020
वर्धा, दि. 09 जनवरी 2020 | महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय हिंदी को विश्‍व भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए संचालित है। इस दृष्टि से विश्‍वविद्यालय डेढ़ दशक से विदेशी विद्यार्थियों के लिए हिंदी के अनेक पाठयक्रम संचालित कर रहा है। इनमें प्रमाण-पत्र और उपाधि पाठयक्रमों के साथ-साथ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।