जीवन

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himanshu gupta

मृत्यु ही जीवन है
जीवन महासंग्राम है
मृत्यु ही एक महाविश्राम है
जीना इसी का नाम है
जीवन ही संघर्ष है
संघर्ष ही संघर्षों का विक्रान्त है
मृत्यु का है विनाशी
मृत्यु जीवन का राजवंशी राजा समय है
समय दृष्टिगोचर,अदृश्य
दृश्यों सा शबाब है
शबाब ही ख्वाब है
संघर्ष सीखने सिखाने का नाम है
इन सा जीतने वाला
कालों का काल है
काल ही महाकाल है
मृत्यु ही जीवन है
जीवन एक महासंग्राम है
सफलताओ की कुन्जी संघर्ष
संघर्ष एक माया है
मृत्यु माया का विनाश है
मृत्यु ही जीवन है
जीवन एक महासंग्राम है

#गुप्त हिमांशु “प्रकृति से “

*परिचय *

नाम-    हिमांशु गुप्ता

साहित्यिक उपनाम- गुप्त हिमांशु “प्रकृति से”

वर्तमान पता- कानपुर (उत्तरप्रदेश)

शिक्षा-  स्नातक

कार्यक्षेत्र-  नौकरी

विधा – कविता; पद्य-गद्य—-  कविता,छंद(सभी),गज़ल,गीत,हाइकू,कहानियाँ, मुक्तक ,दोहे, व्यंग्य,नाटक  लघुकथा एवं संस्मरण एवं अन्य विधा।

सम्मान- कलम की यात्रा सम्मान प्रशस्ति पत्र सहित

अन्य उपलब्धियां- कलम की यात्रा में 
सदस्य- अधूरा मुक्तक,एवं संस्मय में सदस्य ।

लेखन का उद्देश्य- मन के अन्दर का भावनाओं को व्यक्त करते हुए लेखन  द्वारा आत्मसंतुष्टि आत्मसंतुष्टि प्राप्त करना।
लोगों तक अपने बात पहुँचाने के लिए अभिव्यक्ति करना

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।