चूहा हो गया फेल

0 0
Read Time1 Minute, 14 Second
sima shivhare
चूहा हो गया दसवीं में फेल
पापा जी को भेजा ईमेल।
खत्म कर रहा ,जीवन का खेल
सामने है कढ़ाही भरा है तेल ।
पिता–
बेटा मत करो ऐसी बात
घर आ जाओ हो गई है रात ।
कुंवारी बहने घर में हैं सात
आने वाली है जिनकी बारात।
चूहा–
उड़ाऐंगे वहाँ सब मेरी खिल्ली
भालू ,बंदर ,कुत्ते ,बिल्ली ।
समझा था शेर, निकला शेखचिल्ली।
बड़ा जाऐगा पढ़ने दिल्ली ।
पिता–
जितना मन करे उतना पढ़ना
जिसमें रूचि ही उसमें बढ़ना।
ऊंचाईयों की सीढ़ी तुम चढ़ना
पर ऐसी जिद पर ना अढ़ना ।
इतनी देर में फोन हो गया ट्रेस
चूहे मिंया पर बन गया केस ।
जीवन नहीं मिलता बार-बार
खुदकुशी का कैसे आया विचार ।
थानेदार ने दी फटकार
पड़े दो थप्पड़ डंडे चार ।
खुशी -खुशी उठी बहनों कीं डोली
खूब सजी पहनकर लेंहगा चोली ।
बिदाई में बहने भाई से बोली
ध्यान रखना माँ का, है बड़ी भोली । ।
सीमा शिवहरे “सुमन”
भोपाल मध्यप्रदेश

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

बड़ी जीत ने मोदी के सामने खड़ी की बड़ी चुनौती!

Sat May 25 , 2019
  राजनीतिक चिंतक अरुण त्रिपाठी की सोच  वरिष्ठ पत्रकार एवम राजनीतिक चिंतक अरुण कुमार त्रिपाठी का मानना है कि इस चुनाव परिणाम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने  बड़ी चुनौतियां भी आकर खड़ी हो गई हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती भारत के विचार को बचाने और संविधान की भावना […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।