पुलवामा आतंकी हमले के विरूद्ध विहिप दिल्ली का आक्रोश प्रदर्शन

0 0
Read Time4 Minute, 18 Second
Pic 190215 JantarMantar protest agnst Pulwama attack (1)
नई दिल्ली |
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए भारतीय सैनिकों के काफिले पर हमले पर अश्रुुपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए मन व्यथित है.अवंतीपोरा में 39 से अधिक शहीद हुए सैनिको को श्रद्धांजलि देते हुए जंतर मंतर पर आक्रोश प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में मा. आलोक कुमार जी कार्याध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद ने कहा जम्मू कश्मीर में हुए एक और जिहादी हमले में सुरक्षा बलों के 39 से अधिक जवान शहीद हो चुके हैं। यह कार्य धर्म के नाम पर जुनूनी बनाए गए एक स्थानीय युवक ने किया. यह आत्मघाती हमला था, जिसमें वह भी मारा गया. इस युवक ने पहले से रिकार्ड किए गए एक वीडियो संदेश में कहा है कि जब यह वीडियो अपलोड किया जाएगा, वह जन्नत में होगा. जैश ए मुहम्मद ने इस घटना की जिम्मेदारी भी ली है. स्पष्ट है की नौजवान लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह कर भर्ती किया जा रहा है और उनके द्वारा हत्याएं, सम्पत्ति का विनाश तथा आपराधिक कार्य जिहाद व जन्नत के सुखों के लिए करवाए जा रहे हैं. यह एक वैश्विक चुनौती है और विश्व समुदाय को इन घटनाओं तथा उनको जन्म देने वाली विचारधारा का सामना करने के लिए खडा होना होगा. विशेष तौर पर उन लोगों को अब आगे आना जरूरी है जो मानते हैं कि इस्लाम विश्व बंधुत्व व शन्ति का धर्म है।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत मंत्री श्री बचन सिंह जी ने कहा कि जब सुरक्षा बल इनके विरूद्ध कोई कार्यवाही करते हैं तो अनेक जम्मू कश्मीर के राजनीतिक दल इन अमानवीय लोगों  के समर्थन में सेना के विरूद्ध खड़े हो जाते हैं। भारतीय सेना व सीआरपीएफ जैसे सुरक्षा बल देश के जन-गन-मन का गौरव है. भारतीय सेना राष्ट्र की अस्मिता की संरक्षक है भारतीय सेना पर देश के प्रत्येक नागरिक को गर्व है सेना के अपमान पर राष्ट्र आक्रोशित होता है।
विश्व हिन्दू परिषद भारत सरकार से मांग करता है कि इन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करे व पाक अधिकृत कश्मीर व पाकिस्तान स्थित आतंकवादी कैम्पों व आतंकी ठिकानों पर तत्काल कार्यवाही करे। हमारे इन भारतीय शहीदों का बदला ले। प्रदर्शन में विहिप दिल्ली के कार्याध्यक्ष श्री वागीश जी, उपाध्यक्ष गुरदीन जी, सुरेन्द्र जी, बजरंग दल प्रांत संयोजक श्याम कुमार जी की विशेष उपस्थिति रही।
विश्व हिन्दू परिषद द्वारा शहीद हुए 39 जवानों के परिवारों से गहरी संवेदना प्रकट करती है और उनके इस दुखद घड़ी में उन परिवारों के साथ है। जम्मू कश्मीर में जो राजनीतिक दल इन आतंकियों के समर्थन में खड़े होते हैं उन आतंकवादियों को अपना मानते हैं उन आतंकियों के परिवारों में मातम मनाने जाते हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए और उन्हें इस देश में रहने का कोई हक नही। ऐसे राजनीतिक दलो पर फौरन रोक लगानी चाहिए ताकि राष्ट्रद्रोह जन्म न सके व ऐसी मन को दुख देने वाली घटनाएं रोकी जा सके।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

रक्तरंजित मस्तक हुआ

Sun Feb 17 , 2019
रक्तरंजित मस्तक हुआ , तिलक कहाँ लगाऊँ मैं , अब बोल दो माँ भारती , कैसे तुम्हें सजाऊँ मैं । रोम – रोम सिहर उठे , मन व्याकुल है मेरा , नैन अश्रु बरसाते हैं , कैसे इन्हें बहलाऊँ मैं । क्रूर आत्मघातियों का , धर्म समझ न आता माँ […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।