खुशियों की दीवाली

0 0
Read Time1 Minute, 41 Second
jaswant
आओ सब मिल कर मनाये खुशियों की दीवाली
मिट्टी के दिये जलाके फैलाए चहुँओर खुशहाली
जगमग जगमग दिप जलेंगे पटाखे खूब चलाएंगे
आपस में गले लगाकर प्यार का दीपक जलाएंगे
खुशियों का त्यौहार दीवाली खुशी सबको बाटेंगे
सबका मुँह मीठा करवा कर द्वेष से कन्नी काटेंगे
सबके घर में खुशियां आये दीप दान सभी करेंगे
ग़रीबो के घरों में रोशन हो पाए घी के दिए भरेंगे
बड़े जलाए बच्चे जलाए दीपों से जगमग संसार
एक दूजे के साथ रहकर बढ़ जाता है देखो प्यार
खुशियों की बौछार व जीवन का उपहार दीवाली
घर साफ़ व निर्मल होते दीपों का त्योहार दीवाली
रंग बिरंगे रंगों से सब घर आँगन में रंगोली सजाते
नए नवेले कपड़े पहन कर प्यार के गीत गुनगुनाते
“जसवंत”करता अर्जी आपसे मन से दीप जलाओ
 राग द्वेष,भेदभाव मिटाके,मिलके दीवाली मनाओ

नाम – जसवंत लाल बोलीवाल ( खटीक )

पिताजी का नाम – श्री लालूराम जी खटीक ( व.अ.)

माता जी का नाम – श्रीमती मांगी देवी

धर्मपत्नी – पूजा कुमारी खटीक ( अध्यापिका )

शिक्षा – B.tech in Computer Science

व्यवसाय – मातेश्वरी किराणा स्टोर , रतना का गुड़ा

राजसमन्द ( राज .) 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दीप जले..

Fri Nov 16 , 2018
दीप जले.. मिटे अंधेरा इस जग का रोशन हो मन मंदिर दीप जले… खिले फूल  जीवन की बगिया में लाने को खुशी मुख पर बनमाली के..  दीप जले… धरती उगले सोना करे धान का वो बिछौना हर्षाने हलधर का मन दीप जले.. भरे पेट उनका हैं जो भूखे ही सोते […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।