शक्ति

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punam katariyar

तुम्हे तो सौपा था
केवल मृदुल भाव ही
पुरुषत्व के दम्भ मे जलाने क़ो नही।
    तुम भूल गए मेरा सतीत्व
    तुम भूल गए मेरा अस्तित्व
     अब खोल ‘पौरुष’ अपनी आँखें
      और देख मेरा विशाल रूप।
      मैं केवल एक गुलाब नही
      मुझमे केवल पराग नही
      मैं केवल एक देवी  नही
       मुझमे केवल वरदान नही।
गुलाब मे कांटे भी हैं
वो कभी चुभोते भी है।
देवी मे अक्षय शक्ति है
देती वह अभिशाप भी है।
       मैं सृष्टि की माता ‘चेतन’हूँ
       मुझमे स्थूलता का ‘जड़ ‘नही
        मैं आ रही तुम्हारे समकक्ष
         देख मेरे पाँव मे अब कोई जंजीर नही
मैं तोड़ चुकी तुम्हारा बंधन
मैं ‘ जाग’ चुकी,तुम सोये हो
अबला-अबला…कह-कहकर
अहंकार मे खोये  हो
          तुम यूँ ही पड़े रह जओगे
          मैं आसमाँ छू  जाऊँगी
          तुम देखते रह जाओगे
          मैं अपना परचम लहराऊँगी!
#पूनम( कतरियार)
नाम-   पूनम (कतरियार)
जन्म-स्थान :हजारीबाग(झारखंड)
शिक्षा–   एम.ए.(हिन्दी साहित्य)
संप्रति  –  लेखन
पता   –   पटना(बिहार)

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।