‘शारद-वंदन’

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babulal sharma
.              🌹🌹
मात नमन हम करें सदा ही,
हमको  शिक्षा दान  दो।
पढ़ लिख सीखें तमस मिटाएँ,
ज्ञान  का  वरदान  दो।
अज्ञानता को दूर कर माँ,
ज्ञान का  पथ  भान दो।
पित,मात,गुरु सेवा करूँ माँ ,
भाव   संगत   मान  दो।

.           ~~~~~~~

मात शारदे वंदन गाता,
चरण कमल पखारता।
तरनी तार मेरी तो माता,
दूर   कर     अज्ञानता।
नवल प्रकाश ज्ञान का भर दे,
पंथ नहीं पहचानता।
मै नादान अभी भी माता,
वंदन  पद   न जानता।

.             ~~~~~~

स्वर संगीत कुछ नहीं जाने,
संग गीत सुनावनी।
कृपा तुम्हारी मातु हमारी,
तरनि पार लगावनी।
राह कठिन है पथ मयकंटक,
मातु पंथ सँवारनी।
जीवन मेरा तुझे समर्पित,
कर कमल अपनावनी।

नाम– बाबू लाल शर्मा 
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः

matruadmin

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