#आकांक्षा सक्सेना
Read Time1 Minute, 10 Second
घर की चूल्हा-चौकी के साथ
बेटियों ने थामा तिरंगा आज
हर क्षेत्र में पहिचान बनाकर
बेटियों ने लोहा मनवाया
अबला शब्द को पीछे छोड़
अंतरिक्ष में पांव जमा डाला
कल्पना, प्रतिभा, किरण, लता,
सुनीता, सानिया, बबिता बन
विश्व में देश का परचम लहराया
शरहद पर पति शहीद हुए तो
बेटी को फौज में भर्ती करवाया
पर यह लिखने भर से क्या होगा
हम सबको अब जागना होगा
हो एक सेल्फी तिरंगे के साथ भी
हर घर में सुशोभित तिरंगा दिखे
नित करें दर्शन राष्ट्र की शान का
राष्ट्रभक्ति जगे और गद्दारी मिटे
चहुंओर हो वातावरण सौहार्द्र का
यह तो आत्मिक राष्ट्र प्रेम की बात है
क्योंकि, तिरंगा हमारी पहचान है
हर भारतीय की आन-बान-शान हैं
जिसको नमन बारम्बार है ।
Average Rating
5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%
पसंदीदा साहित्य
-
August 29, 2020
मोक्ष जाने का पथ
-
October 11, 2018
ब्रह्मचारिणी : (माँ का दूसरा रूप )
-
September 10, 2018
मेरी उम्मीदों का आसमान
-
May 20, 2017
The Promo of Your Business by Writing a Case Review
-
July 18, 2018
समय