आसमान दे दो

0 0
Read Time51 Second

pramod kumar

देख रही हूँ आखों में सपने इन को  हकीकत का नाम दे दो

जमीन तो तुम  दे नहीं सकते  बस मेरे हिस्से का  आसमान दे दो

हर युग में छली  गई  फिर भी सहती गई हूँ

बहुत  हो गई अग्नि परीक्षा, अब तो इनका परिणाम दे दो

बस मेरे हिस्से का  आसमान दे दो

गृहस्थी  की गाडी  खीँच रही  कंधे   से कन्धा मिला

मेरे किये  त्याग को अब तो सम्मान दे दो

बस मेरे हिस्से का  आसमान दे दो

घर की इज़त के नाम  पर छीन ली मेरी आज़ादी

ज्यादा  नहीं मांगती हर्ष सिर्फ  मुझे वो  पुरानी शाम दे दो

बस मेरे हिस्से का  आसमान दे दो

#प्रमोद कुमार “हर्ष”

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जिस्म,,,,

Fri Jul 13 , 2018
इश्क ने चेहरा है बदला,, बदले रांझे हीर है,,, वो पहले वाले प्यार कंहा,, बदली लैला मजनू की तस्वीर है,,, रूह से प्रैम नही अब होते,, सब जिस्म के चाहगीर है,, सच्चा प्यार अब छलावा लगता है,, सब होने पर पछतावे की पीर है,, खुद को सच साबित करने की […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।