यह तो सत्य है ही
कि दीवारें करती है विभक्त
हिस्सों में ।
ये हिस्से बाँट देते हैं –
देश को भी और घर परिवारों को भी ।
जितना सत्य है यह ,
उतना ही सत्य यह भी है
कि दीवारें देती हैं सुरक्षा भी ।
इन दीवारों से ही रहतीं हैं सुरक्षित
मुल्क की सरहदें , और
घर – परिवार के सदस्य भी।
सोचें जरा –
क्या विभक्त ही करती हैं
हमेशा दीवारें !
अक्सर घर में उठती दीवारें
एहसास जरूर कराती हैं –
विघटन का , मगर –
घर के अंदर भी बना देती है
एक और घर
जो रखते हुए अलग – अलग भी
करती है प्रयास , सामीप्य और
आपसी जुड़ाव का ।
बच जाते हैं इस दीवार से भी
अक्सर घर अनेक
जो अलग अलग रहकर भी वहीं
बने रहते हैं सुरक्षित और
सुख – दुःख के साथी भी ।
इसीलिए कहता हूँ –
जरूरी हैं दीवारें भी
माहौल और परिस्थिति के अनुसार।
#देवेन्द्र सोनी , इटारसी