प्रमोद सोनवानी ‘पुष्प’ हिन्दी सेवी सम्मान-2019 से विभूषित ~~~~~~ रायगढ़ :- साहित्य व संस्कृति की धनी नगरी जिला रायगढ़ के अन्तर्गत आने वाला औद्योगिक विकास खण्ड व तहसील – तमनार के बरभांठा चौक में , “गंवइहा साहित्य समिति” के बैनर तले 14 सितम्बर को “हिन्दी दिवस” के शुभ उपलक्ष्य में […]

होजाई । सर्व हिंदुस्तानी परिषद असम राज्यिक समिति तथा जिला समिति ने होजाई विभूति भूषण गेस्ट हाउस में राष्ट्रीय हिंदी दिवस का आयोजन किया। असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत, राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री सम्मान से सम्मानित साहित्यकार तथा उपन्यासकार डॉ. जय श्री गोस्वामी महंत, रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई , […]

इंदौर । हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत इंदौर के एम आई जी थाने में हिंदी दिवस मनाया। तथा सभी पुलिसकर्मियों ने हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने का संकल्प लिया व संस्थान को समर्थन प्रदान किया। इस कार्यक्रम में मातृभाषा संस्थान के राष्ट्रीय […]

होजोई। असम हिंदी साहित्य सभा और सर्व हिंदुस्तानी परिषद कछाड़ ने संयुक्त रूप से 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाया। भव्य समारोह में कई गणमान्य कवियों के साथ मेघालय से आमन्त्रित सुविख्यात साहित्यकार डॉ अवधेश कुमार अवध को अंगवस्त्र के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश के […]

हिंदी भाषा ही नहीं संस्कृति का परिचय है- डॉ जैन देवास । मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा था जिसके अंतिम दिन देवास के कालानी बाग में उस्ताद फाउंडेशन के तत्वाधान में व्याख्यान रखा जिसमें मुख्य अतिथि मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल, […]

बड़ौदा हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कार्यरत संस्था मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अर्पण जैन अविचल की अनुशंसा पर गुजरात प्रदेश अध्यक्ष राकेश जैन ने अहमदाबाद निवासी विजय तिवारी जी को गुजरात प्रदेश उपप्रमुख पद पर नियुक्त किया है विजय जी परस्नातक एवं बी एड है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।