उस्ताद फाउंडेशन ने मनाया हिंदी दिवस

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हिंदी भाषा ही नहीं संस्कृति का परिचय है- डॉ जैन

देवास ।

मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा था जिसके अंतिम दिन देवास के कालानी बाग में उस्ताद फाउंडेशन के तत्वाधान में व्याख्यान रखा जिसमें मुख्य अतिथि मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन अविचल, विशेष अतिथि संतोष पठारे व उस्ताद फाउंडेशन के अध्यक्ष व मातृभाषा संस्थान के जिला प्रमुख धनंजय गायकवाड़ रहे।
इस कार्यक्रम में डॉ जैन द्वारा हिंदी को राष्ट्रभाषा क्यों बनाया जाना चाहिए इस विषय पर व्याख्यान दिया साथ ही युवाओं से हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु समर्थन प्राप्त किया। आयोजन में लक्ष्मण जाधव संयोजक प्रदीप कोलनकर, मोंटी जाधव, धीरज राव कोसे, शुभम विजयवर्गीय, मोनू अहीरवाल, पंकज जैन, नारी शक्ति प्रमुख गीतांजलि राठौर, सपना कारपेंटर,श्रुति चंद्रात्रय, आशीष सोनी, महेंद्र देशमुख, सन्नी कारपेंटर, राहुल देशमुख, अंकित सिंह, सुनील ठाकुर, सतीश पंवार, राजेन्द्र वर्मा, कृष्णा सोनी, आशीष शर्मा ,सुमित जलवाया, पृथ्वीराज चौहान, शुभम सिंह देवड़ा, नीतेश सोनी, लाखन सिंह चौहान, संदीप परमार, अर्जुन सिंह चौहान, मनीष सोलंकी, अनिल सिंह चौहान आदि युवा सदस्य उपस्थित रहें। इस कार्यक्रम में सभी ने हिंदी में हस्ताक्षर करने का संकल्प लिया व हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान को समर्थन दिया। यह जानकारी फाउंडेशन के विस्तार प्रमुख दामोदर राव जाधव ने दी।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।