जा बिटिया जा तुझे विदाई । दर्श दिखाकर अगन लगाई ।। अरमां थे पहली छिब तेरी निरखूँगा दुलार करूंगा तुझे गोद मे खेल खिलाता मेरा घर गुलजार करूंगा ।। सुप्त इच्छाएं आन जगाई । दर्श दिखाकर अगन लगाई ।। दादा-दादी,नाना-नानी मामा-मामी,चाचा-ताई। सब तुझको ही तॉक रहे थे अगल बगल सब […]