वे तमाशा दिखा रहे हैं तमाशबीन है देश दुनिया…………..। रोज नया तमाशा या नया-सा दिखाई देने वाला तमाशा, हर चीज तमाशे में बदलती जा रही है। हर आदमी हर आवाज हर कराह और चीख उनके कानों तक सुगम संगीत की तरह ही पहुंचती है। हर दृश्य, हत्या,बलात्कार,प्रदर्शन, प्रोसेशन, भूखमरी,आईपीएल,रेस, दंगा,हिंसा-आगजनी, […]