स्थिरता मन की सदा सुख का हो एहसास जो मन व्याकुल रहे शांति न फटके पास देहभान मे जो रहे अहंकार का हो वास विदेही बनकर जो रहे विकार न आये पास पवित्रता है आभूषण सच के मिटे झूठ का नामोनिशान जब ऐसा होने लगे सतयुग का हो आभास। […]
मान समाज मे मिलता है जो रहते निरहंकार मुख से जो मीठा बोले दुनिया करती उनसे प्यार मैं मैं जिनमे न हो दुनिया के वो अपने है मैं मैं जिनके अंदर है न वो गैरो के न अपने है उजले बनो मन से बनो आत्मा से सबल बनो परमात्म भी […]
सदा मन एकाग्र रहे ऐसा करिए ध्यान व्यर्थ चिंतन से मुक्ति मिले सद्चिन्तन का मिले ज्ञान किसी का बुरा न हो कभी ऐसा करे व्यवहार गैर भी अपने हो जाएं लोग करे सत्कार फर्श से अर्श जब मिले फर्श न भूलना यार निरहंकार बने रहे मिले परमात्म प्यार। […]
ईद इंसान मे इंसानियत लाती है ईद भाईचारा और मोहब्बत लाती है ईद ईद जो सब्र का पैमाना है ईद जो खुशियों का खजाना है ईद जो सब्र का तोहफा है ईद जोडती है इंसानी रिश्तों को ईद तोड़तीहै नफरत की दीवारो को चांद निकलने पर आती है ईद रमजान […]
सब्र का फल मिलता जरूर है रमजान के बाद ईद जरूर है रोजा बढ़ना खुदा की इनायत है खुदा खुश है तो चेहरों पर नूर है एक दिन व्रत तीस दिन रोज़ा बहुत कम है यह दिन रोज आ सिर्फ भूखे रहना ही नही है मकसद खुदा की याद है […]
कोई मन्दिर के लिए लड रहा है कोई मस्जिद के लिए लड रहा है जो लड रहा है न पूजा कर रहा है जो लड रहा है न इबादत कर रहा है लड़ना ही है तो देश के लिए लडो लड़ना ही है तो भूख के लिए लडो कुरीतियो और […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।