माँ सदा ममता सागर की कष्ट झेलती जीवन दायनी है पतित पावनी। माँ लेती खबर डाटकर पटकार के ममत्व देकर खुशी मनाकर। माँ देती सदा ही आर्शीवाद दूधो नहाओ फलो पूतो तुम सदा संस्कार लाओ। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया […]

एक  राजा था।उसे आभास हुआ कि एक कुएँ  में  कुछ लोगों  ने अवैध तरीके से गहने छुपा रखे है। उसने अचानक अपने  सिपहियों को कुआं खोदने का हुक्म दिया।खुदाई शुरू हुई और अन्ततः कुछ भी हासिल नही हुआ ।राजा को उस खुदाई में हुए खर्च तथा कुएँ को सुदृढ करने […]

मैं तुझ आत्मा का कौन हूँ! पल-पल का साथी, तेरा हर व्यवहार हूँ मैं। तेरे सब रिश्ते-नातों  का सात्विक सार हूँ मैं, तुझमें ही रचा-बसा,घुला-मिला तुझसे भी पार हूँ मैं। पल-पल का साथी, तेरा हर व्यवहार हूँ मैं॥ तुझसे भरा हुआ,तुझसे भी रिक्त, तेरे ममत्व से स्वयं को कर अभिषिक्त […]

जो बात है सही,वो छुपाई न जाएगी। झूठी कसम तो आपकी खाई न जाएगी॥ बस हादसे ही हादसे मिलते रहे मुझे। लिक्खी खुदा की बात मिटाई न जाएगी॥ चेहरे हैं बेनकाब यहाँ कातिलों के अब। लेकिन सजा-ए-मौत सुनाई न जाएगी॥ ज़ाहिद खुदा की ओर मुखातिब न कर मुझे। काफ़िर हूँ […]

तू जंग लड़, तू जंग जीत… यही प्यार तेरा, यही तेरी प्रीत तू युवा है, और तू ही खफा है सोच कैसी है ये रीत… तू मुंह न मोड़, तू दिल तो खोल तू बिगुल बजा… अब चुप न बैठ, सुन अपने दिल का संगीत… कूद जा तू इस रण […]

बहुत अनुग्रह कीन्हों मोपर, हे परमात्मा! हे परमेश्वर! बहुत अनुग्रह कीन्हों मोपर। तुम करुणा के सागर हो प्रभु, तुझको अर्पण मैं क्या कर दूँ जीवन पुष्प को तुमने खिलाया, उसी को चरणों में तेरे धर दूँ तुम करुणा के सागर हो प्रभु, तुझको अर्पण मैं क्या कर दूँ। सबके दाता,सबके […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।