आज कल के बच्चे सिर्फ चकाचौंध पर ज्यादा ध्यान देते है । वर्तमान समय में सिर्फ एक ही चीज पर लोग ज्यादा ध्यान क्रेंद्रित करते है, और वो है दिखा । एक माध्यम परिवार का बच्चा अपने माता पिता से आये दिन नई नई चीजो को हमेशा मांगता रहता है, […]
किस किस को, में खुश करू। और किस किस, की मै सुनु । कहने वाला सुनना, नही चाहता है। सुनने वाला कुछ, कहाँ नही सकता। विचित्र तमाशा है, इस दुनिंया का । जो एक दूसरे को, सुनना नही चाहते।। मान सम्मान सब को चाहिए । पर खुद देना नही जानते […]
मुंबई| श्री मुम्बई दिगम्बर जैन सेवा समिति, मुम्बई विगत 14 वर्षों से जैन युवा युवती परिचय सम्मेलन का आयोजित करती आ रही है । इस श्रंखला में आज दिनांक 14/04/2019 को 15 व परिचय सम्मेलन का आयोजन श्री हलारी बीसा ओसवाल समाज हाल, दादर, मुंबई किया गया, जिसमें करीब 950 […]
कितना कुछ इस पंचम काल या कलयुग में होगा या जो हो रहा है , इसे हमारे भगवान की वाणी मे कहा गया कि पंचम काल या कलयुग मे मनुष्य का विवेक खत्म हो जाएगा। वह पशु जैसी सोच रखेगा। यह बात सचसाबित हो गई है और हम सब जैन […]
क्या क्या सुने और क्या कहे, इस दुनियां के लोगों को । क्योकि कोई किसी को, सुनने को तैयार नही। सब को अपनी अपनी, बाते ही कहना है / और अपनी ही प्रसन्नता, को सिर्फ सुनना है। आज कल साहित्य साहित्यकार, बीनमोल बिक रहे है / अपनी बोलियां बाजार में, […]
होगा जहां अपनो, में स्नेह प्यार। खिल जायेंगे वो, घर और परिवार । दोगे यदि मातापिता को, तुम सम्मान । तो निश्चित ही, पाओगे अपार प्यार ।। महक जायेंगे वो, घर और परिवार । मिलता है जिनको, मातपिता का प्यार। किस्मत वाले होते है, वो परिवार। जिनको मिलता है, बड़ेबूढ़ो […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।