दिये तो बहुत थे पर, जल कुछ और रहा था। अंधरे में रोशनी, वो ही कर रहा था। अब कैसे पता करे हम? जिक्र जब भी उनका, करते अपने दिल मे। याद कुछ और ही, दिला देता ये दिल । अब क्या कहोगे इसे, तुम कुछ तो बता दो। बात […]
प्रेम एक एहसास है। प्रेम एक पूंजा है। प्रेम से होती दोस्ती। प्रेम से बनते रिश्ते । प्रेम बिना सब सूना। प्रेम से ही जीना। प्रेम से जीत जाते, बड़ी सी बड़ी जंग । प्रेम से ही बनते, एक दूसरे से संबंध। प्रेम हो तो खिलते, दो दिलो में फूल। […]
क्यो बार बार मेरे, ख्याबो में आते हो। आकर के मुझको, तुम क्यो तड़पते हो। दिल में जो बात, छुपाकर तुम रखे हो। क्यो नही तुम मुझे, दिल से बताते हो।। क्या मुझसे तुम चाहते, हो हमको बता दो। याद हमे भी तुम, कुछ तो दिला दो। हो सकता तेरी […]
दिल को अब, कैसे हम समझाए । वो मानता ही नही है। और न ही जनता है । बस नाम, तेरा ही लेता है, तेरा ही लेता है ।। यार करू तो क्या करूँ । जो अपनी दोस्ती, अमर हो जाये। कोई तो बात है, हम दोनों में । जो […]
हर नामी में कुछ कमी तो रहेगी / आँखे थोड़ी सी शर्माती रहेंगी / जिंदगी को आप कितना भी सवारिये / बिना हमारे कोई न कोई कमी तो रहेगी // खाली हाथ आप आये थे संसार में हज़ूर / खाली हाथ आप जायेंगे संसार से जरूर / संसार में रहकर, […]
मुंबई | दिनांक १७/०४/२०१८ को कल्याण – मुंबई में महावीर जयंती के उपलक्ष्य में श्री १००८ चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर, कल्याण में महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया / जिसमे समस्त दिगंबर जैन समाज में हिस्सा लिया / कार्यक्रम की शुरुबात सुबह ७.३० बजे […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।