103 वर्ष की दादी का जज़्बा है बड़ा महान विश्वभर की यात्रा कर दुनिया को दे रही ज्ञान शिव परमात्मा की लाडली जानकी का आत्मबल है बहुत बलवान दुनिया को सन्मार्ग दिखाने का चल रहा ब्रह्माकुमारीज अभियान अशरीरी बोध में रहकर आत्म स्वरूप का करती दीदार राजयोग विधा अपनाकर शिव […]

रुड़की | ब्रह्माकुमारीज संस्था की ओर से माउंट आबू में आयोजित राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन में उत्तराखंड रुड़की के वरिष्ठ पत्रकार श्रीगोपाल नारसन को स्पीकर के रूप में राजयोगिनी बहन डॉ निरंजना ने शाल ओढाकर व सौगात देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर टॉक शो कार्यक्रम में श्रीगोपाल नारसन ने पैनलिस्ट के […]

एक बार नोट उगाकर खो गए सारे खेत जिन खेतो में अन्न उगता था वहां बजरी,सीमेंट ओर रेत हरियालीपन छिन गया मौसम आग सा हो गया तपे कंक्रीट के जंगल सारे पानी को तरस गए सारे के सारे धूप में झुलस गए रंक और नरेश काश!हमने पेड़ लगाये होते कटते […]

पक्ष – विपक्ष के भेद बिना संसद चले किसी द्वेष बिना मर्यादा संसद की भंग न हो नफरत की कोई जंग न हो पुरजोर पैरवी जनहितों की हो सीमाओं की रक्षा को द्वंद्व न हो दल नही देशहित सोचिए दलबदल की राजनीति छोड़िए जनता के भरोसे को पूर्ण कीजिए जो […]

परमात्मा शिव है पहले योगी राजयोग हमे सिखलाते है स्वयं की इंद्रियां वश में रहे ऐसा पाठ  हमे पढाते है सिर्फ एक दिन का योग नही है ये यह तो नियमित पाठशाला है माता पिता और गुरु है शिव जो आकर हर रोज़ पढाते है शारिरिक अभ्यास को योग न […]

रुड़की का एक लाल वाकई निकला कमाल क्रिकेट जगत में छा गया विश्वकप में भी आ गया ऋषभ पन्त नाम है उसका क्रिकेट में जीतने का रखता है खास नुक्सा माता पिता गौरवान्वित है रुड़की के लोग रोमांचित है वह आगे बढ़े , बढ़ता जाए दुनियाभर में नाम कमाये परमात्मा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।