बकलौली की बूंदी राहत के रसगुल्ले जुमलों की जलेबी आश्वासनों के गुलाब जामुन तृप्त हो गई जनता अब बस भी करो भले मानुष बचपन में भूखे पेट बहुत सुनी राजा – महाराजा की कहानियाँ ठंड से ठिठुरता शरीर बातों में रजाइयां #तारकेश कुमार ओझा लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते […]