25 फ़रवरी को इन्दौर में आयोजित समारोह में होंगे अलंकृत इंदौर । हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2024 का हिन्दी गौरव अलंकरण आईएएस मनोज श्रीवास्तव (भोपाल) और डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय (मुम्बई) को प्रदान किया जाएगा। यह समारोह 25 फ़रवरी को इंदौर में आयोजित होगा […]

● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ लताएँ लहलहा रही हैं, चिड़ियों का कलरव हो रहा है, वृक्ष हवाओं से आलिंगन कर रहे हैं, सरयू का कल-कल बहता जल संगीत की स्वर लहरियों को उत्पन करते हुए रामघाट की सीढ़ियों से टकरा रहा है, मयूर नाच रहे हैं, पगडंडियाँ अधीर हो रही […]

इंदौर। राम जन्मभूमि पर रामलला के मंदिर के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा पर साहित्य अनुराग के उद्देश्य से मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा कविता लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें देवास की लेखिका यशोधरा भटनागर विजेता रहीं। मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘उक्त कविता […]

उज्जैन | ललिता महात्रिपुर सुंदरी शक्तिपीठ नृसिंह घाट उज्जैन में आयोजित “महारथी विराट कवि सम्मेलन, वेबसाइट विमोचन एवं सम्मान समारोह 2023 भव्य रूप से संपन्न हुआ कार्यक्रम के संरक्षक पूज्य गुरुदेव आचार्य उमेश शर्मा जी महाराज, विशेष अतिथि स्वामी मुस्कुराके जी के विशेष आथित्य में ओजस्वी युवा कवियों का बहतरीन […]

विश्व हिन्दी दिवस विशेष “माँ भारती के भाल का शृंगार है हिंदी हिंदोस्ताँ के बाग़ की बहार है हिंदी” हिंदी भाषा के बारे में कवि ने उपर्युक्त पंक्तियों में सटीक ही कहा है कि हिंदी हमारी भारत माता के मस्तक पर शृंगार की तरह सुशोभित होती है। हमारे देश की […]

हिन्दी है राष्ट्र वाहिनी- श्री सत्तन इन्दौर। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में बुधवार को समारोह आयोजित हुआ जिसमें समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि एवं समिति के सभापति सत्यनारायण सत्तन ने की व आयोजन में मुख्य वक्ता अमेरिका […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।