मैं जब मिलता हूँ तो आदतन मुस्कुरा देता हूँ कुछ उनकी सुनता हूँ,कुछ अपनी सुना देता हूँ ।।1।। वो बच्ची है अभी,कैसे सब कुछ कह पाएगी मैं अपनी कविताओं में उन्हें बुलंद ज़ुबाँ देता हूँ ।।2।। वो हमसफर है मेरी,मेरे साथ ही चलना है उसे अच्छी बताके,बुराई को निगाहों में […]
salil
लोकतंत्र की माँग है,सकल देश हो एक, जनप्रतिनिधि सेवक बने,जाग्रत रखें विवेक। जनसेवक को क्यों मिले,नेता भत्ता आज, आम आदमी बन रहे,क्यों आती है लाज ? दल-दलबंदी बंद हो,हो न व्यर्थ तकरार, राष्ट्रीय सरकार हो,संसद जिम्मेदार। देश एक है,प्रान्त हैं,अलग-अलग पर संग, भाषा-भूषा-सभ्यता,भिन्न न दिल हैं तंग। निर्वाचन हो दल […]