उम्मीद है कि तुम लौट आओगे एक दिन खीच लाएगी तुम्हे तुम्हारी बेचैनियां एक दिन जाने क्यों? उम्मीद है कि हम फिर से मिलेंगे कहि संगम पर नदी के किनारे ज्यूँ जाने क्यो? उम्मीद है कि रोशनी छुपी होगी मुठ्ठी में खुलते ही कलाई थाम लेंगे हम जाने क्यों? उम्मीद […]