भारतीय उपमहाद्वीप में मालद्वीप का अपना स्थान है।हिन्द महासागर के किनारे पर बसा यह लघु देश अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण सभी के लिए हर तरह से महत्वपूर्ण है।भारत का निकटतम पड़ोसी है।भारत के दक्षिण भारतीय राजा रहे हों या समा्रट अशोक के समय बौद्व धर्म का प्रचार प्रसार […]

देश के नवनिर्वाचित गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में राष्ट्रपति शासन छह माह और बढ़ाने तथा अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बसे परिवारों को आरक्षण देने का प्रस्ताव पेश किया तथा इन विधेयकों पर चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंआने विपक्ष पर तीखे हमले भी किए। गृहमंत्री ने जम्मू कश्मीबर के हालात […]

” एक शिक्षक ऐसा भी जो नित नयें नवाचारों से सरकारी स्कूल को बेहतर बनाने में जुटा हुआ हैं । “ ________________________ जी हां  ! हम बात कर रहे हैं शासकीय नवीन प्राथमिक विद्यालय नयापुरा माकनी में पदस्थ सहायक अध्यापक गोपाल कौशल की , जिन्हें जुनून है सरकारी स्कूल को […]

विश्व शांति की दूत व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका 103 वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकी को गुस्से का साफ्टवेयर और आपरेटिंग सिस्टम नामक पुस्तक भेंट की गई।माउंट आबू में ब्रम्हाकुमारी संस्थान के मीडिया प्रभागद्वारा आयोजित राष्ट्रीय  मीडिया कांफ्रेंस में बतौर स्पीकर भाग लेने गए  श्रीगोपाल नारसन ने  शान्ति […]

हिन्दुओं के पर्व त्योहारों का संक्षिप्त परिचय  भारत में सालों भर कोई ना कोई पर्व त्योहार अवश्य मनाया जाता है l प्रतिवर्ष 1 जनवरी को आंग्ल नववर्ष के रूप में मनाया जाता है l नववर्ष की तैयारी के लिए   लोग 31 दिसंबर की रात से ही तैयारी करते हैं l […]

देश में नई सरकार बन गई, सरकार के आते ही के. कस्तूरीरंगन समिति ने नई शिक्षा नीति का मसौदा सरकार को सौंपा था, इसके तहत नई शिक्षा नीति में तीन भाषा प्रणाली को लागू किया जाना प्रस्तावित हुआ, इसी को लेकर केंद्र के प्रस्ताव पर हंगामा मचना शुरू हो गया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।