डाॅ. पूजा मिश्रा के मुक्तक संग्रह पर चर्चा सम्पन्न

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जब भी लिखें, सार्थक लिखें- श्री वाजपेयी

दीप्ति शर्मा “दीप” भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित

इंदौर। लेखिका डाॅक्टर पूजा मिश्रा “आशना’ के मुक्तक संग्रह ‘कहो रह सकोगे सदा साथ साजन’ पर चर्चा का आयोजन विचार प्रवाह साहित्य मंच के बैनर तले हुआ। अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरेराम वाजपेयी ने रचनाकारों से आह्वान किया कि वह जब भी लिखें, सार्थक लिखें। उन्होंने कहा कि मुक्तक कम से कम शब्दों में बात कहने की महत्वपूर्ण विधा है।
मुक्तक लिखते वक़्त यह ध्यान रखना चाहिए कि उसका भाव और कला पक्ष इतना मज़बूत हो कि उसे पढ़ने और सुनने के बाद श्रोता बाहर जाकर गुनगुनाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वह मुक्तक प्रभावी नहीं माना जाएगा। मुख्य अतिथि वरिष्ठ लेखिका श्रीमती दीप्ति शर्मा (उड़ीसा) ने मुक्तक और काव्य विधा पर बात रखते हुए रचना पाठ किया। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के अध्यक्ष डाॅ. अर्पण जैन ने भी अपने विचार रखे। अतिथि स्वागत डाॅ. पूजा मिश्रा, श्रीमती वाणी जोशी ने और संचालन मुकेश तिवारी ने किया। आभार श्री दीपक विभाकर नाईक ने माना। मातृभाषा उन्नयन संस्थान की ओर से डाॅ. अर्पण जैन, श्रीमती नीलम तोलानी और श्री गौरव साक्षी ने श्रीमती दीप्ति शर्मा को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया।

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।