पेड़ अपने अंकुर के साथ मुस्कुराते हैं
कोमल पत्तियों और खिलने वाले फूलों की,
अपनी क्षणिक अभिव्यक्ति के साथ शाश्वत प्रकृति।
परमानंद और आनंद के साथ वसंत ऋतु!
बहुत सारे रंग के साथ चमकदार रंगों।
सुंदरता और महानता की भूमि,
भारत, खुशी और शांति का रंग।
राष्ट्र भावना का आनंद लेने के लिए जिंदा आओ
रंग का उत्सव- होली!
सामग्री, सद्भाव और खुशी का अनुभव।
उल्लास और उमंग के बीच होलिका जलती है।
प्रेम और भक्ति से बुराई हावी हो गई।
‘रास लीला’ मनाने का पर्व-
राधा और कृष्ण की एक स्थायी प्रेम गाथा।
गुलाल – लाल, हरा, पीला और अनगिनत।
एक दिन का कैनवास – रंगों का एक दंगा।
जीवंत भीड़ यहाँ और यहाँ चल रही है,
रंगों के इंद्रधनुष, हर नुक्कड़ और कोने से डैशिंग।
उनके शोक और निराशा को दूर करने वाले लोगों की उपेक्षा करना,
रंगों के चमत्कार पर हर्ष।
चमक और उल्लास से भरा दिन,
हमारे सपनों को धूमिल करने के लिए एक दिन-
जीवंत उन्माद रंगों की बौछार के साथ।
होली है! बेबस मस्ती और मनमोहक झरने की बहार !!
खान मनजीत भावड़िया मजीद
सोनीपत (हरियाणा)