भर लो भर लो दुआओं से झोलियाँ,
मिल जाएंगी खुशियों की टोलियाँ।
भर लो भर लो…………
रोते हुए को हँसाना कभी,
घावों पे मरहम लगाना कभी।
दिल ना किसी का दुखाना कभी,
भर लो भर लो…………..
पूछ लेना गरीबों हाल कभी,
बन जाना किसी की ढाल कभी।
ईश्वर पूछेगा तेरा भी हाल कभी,
भर लो भर लो…………….
बेसहारों का बनना सहारा कभी,
दुःखियों का बनना बहारा कभी।
मत करना अपनों से किनारा कभी,
भर लो भर लो…………….
जो भी करना है कर ले आज अभी,
ना मिलेगा अवसर दोबारा कभी।
लेगा ईश्वर भी तुझसे हिसाब कभी,
भर लो भर लो……….
स्वरचित
सपना (स. अ.)
प्रा. वि.- उजीतीपुर
वि.ख.-भाग्यनगर
जनपद-औरैया