मातृभाषा द्वारा विद्या रत्न सम्मान 2020 से सम्मानित हुए शिक्षक

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दिल्ली।

वर्ष 2020 में मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा सी आर सैनी पब्लिक स्कूल, नांगलोई, दिल्ली से पूजा सैनी एवं अनिता रानी, पराग ज्योति पब्लिक स्कूल, दिल्ली से चंद्रमणि चौधरी व जे.एम इंटरनेशनल स्कूल, द्वारका से शीतल मारवाह एवं अनुराधा को मातृभाषा संस्थान की दिल्ली प्रदेश संयोजिका भावना शर्मा द्वारा विद्या रत्न सम्मान 2020 प्रदान किया गया।
उक्त सम्मान संस्थान द्वारा उन शिक्षकों को दिया गया, जिनके द्वारा हिन्दी विषय का अध्यापन करके छात्र-छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा में हिन्दी विषय में 90% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
इस अवसर पर संस्थान की संयोजिका भावना शर्मा ने बताया कि ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान देश भर में हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए एवं इसे भारत की राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। इसी कड़ी में भावी पीढ़ी में हिन्दी के प्रति प्रेम जागृत हो एवं उसमें अध्यापन की गुणवत्ता स्थापित हो, इसी उद्देश्य से जिन छात्र-छात्राओं ने बोर्ड परीक्षा में हिन्दी विषय में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें उपहार दिए एवं जिन शिक्षकों द्वारा उन्हें अध्यापन करवाया गया, उन्हें संस्थान द्वारा विद्या रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है।’
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने सम्मानित गुरुजनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘हिन्दी पढ़ाने वाले गुरुजन हिन्दी की धरोहर हैं, जिनके कारण ही हिन्दी के प्रति निष्ठा बच्चों में जागृत होती है। संस्थान ऐसे सभी गुरुजनों का आभारी है।’
विद्यारत्न सम्मान प्राप्त सभी शिक्षकों को मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सदस्यों द्वारा बधाई प्रेषित दी गई।

matruadmin

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।