👧🏻मत मार मुझे जीवन दे माँ,
मुझको भी दुनिया देखने दे,
मैं तेरे दिल का टुकड़ा हूं,
फिर क्यों मुझ पर ही वार करें।
मत मार मुझे …
👧🏻 तू भी तो एक नारी है माँ,
फिर क्यों नारी का अपमान करे,
तू दिल है मैं तेरी धड़कन,
फिर क्यों अपने से दूर करे,
तू ममता का सागर है,
फिर क्यों इतनी मजबूर है माँ।
मत मार मुझे….
👧🏻 मैं ईश्वर का वरदान हूं माँ,
तू क्यों ना मुझे स्वीकार करे,
सुन मेरी माँ बेटी तेरी,
करती तुझसे अरदास यह माँ,
रख दिल पर अपने हाथ ओ माँ,
सुन मेरे दिल की पुकार ओ माँ
मत मार मुझे…
👧🏻आएगी अगर कोई मुश्किल तो,
मैं ढाल तेरी बन जाऊंगी
हर खुशी और तेरे हर गम में माँ,
मैं तेरा साथ निभाऊंगी,
पढ़ लिख कर इस जग में माँ,
मैं दुनिया में नाम कमाऊंगी।
मत मार मुझे….
सपना – (स० अ०)