प्रकृति की व्यथा

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ग्लोबल वार्मिंग ने कर दिया नाश
मेरा रुप और काया का हो गया सत्यानाश।
धूल प्रदूषण और कोहरे से मन घबराया,
ग्लोबल वार्मिंग ने प्रदूषण में नाम कमाया।
तिनका तिनका मेरी रूह का कांप उठा,
जहर जब उगले वैश्विक ताप और बढ़े कुंठा।
पेड़ पौधे हैं मुरझाए, सृष्टि रोए अपने हाल,
सब कुछ बदल गया ग्लोबल वार्मिंग ने कर दिया बेहाल।
सांस लेना दुश्वार हो गया,
जीने से ज्यादा सस्ता मरना हो गया।
समुद्री जीव जंतुओं का हो गया भक्षण,
कैसे करेंगे हम फिर से पर्यावरण संरक्षण।
ग्लोबल वार्मिंग ने बढ़ा दी चिंता,
उठते जागती बस दिखती चिता।
मेरी पीर ना समझे कोई,
व्यथा मेरी अब बन गई सज़ा कोई
ग्लोबल वार्मिंग से धरती का बिगड़ा संतुलन,
समझ ना आए अब कैसे करेंगे हम अनुकुलन।
ग्लोबल वार्मिंग से मछली तड़प रही,
देख हालत धरती मां की ममता रो रहीं।
रेखा पारंगी
बिसलपुर पाली (राजस्थान।)

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परिवर्तन

Fri Jul 10 , 2020
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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।