आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई
फिर धरती पर आ जाओ
तुम्हे बुलाती ब्रज की नारी
अब धरती पर आ जाओ।
हुई है बोझल पृथ्वी सारी
सहते सहते अत्याचार।
बढ़ रही है पाप की दुनियां
नित होता कन्याओं से व्यभिचार।
आ जाओ अब कृष्णा मेरे
ले चक्र सुदर्शन हाथों में।
दण्डित कर दो इन दानव को
जो बहन ,बेटियां को छूते हैं।
फिर तैयार करो पाण्डु सेना को
जो गांडीव उठा सके।
अपनो के भी खिलाफ ,
पाप की बलि चढ़ा सके।
नही होगी फिर कोई दौर्पद
भरी सभा मे अपमानित।
कौरव नही होंगे ,पांडव पर भारी। खुशहाल होने की अब गरीबों की बारी
चारो तरफ फिर से होगी हरियाली।
गायों को फिर से पूजा जायेगा।
फिर हर बच्चा माखन मिश्री खायेगा।
दूध -दही की बहेंगी नदियां।
धन्य धन्य ब्रज गांव हो जायेगा।।
#संध्या चतुर्वेदी
अहमदाबाद, गुजरात