जी जी कहने वालो
स्वीकार किया जी हजूरी जी
घोषणा पत्र के जरिये पुनः
साबित किया कमजोरी जी।
जी जी से खुश होते
बाहर बैठे आका
अब तो घोषणा पत्र में
आ गये है टाका जी।
नोटबंदी और जीएसटी
घरों पर डाले छापा
हालत हुई खस्ता
एक इलेक्शन में
याद आ रहे काकाजी।
एनआईए की धर पकड
जर्रे जर्रे पर है नजर
धन बल का जोर चला नही
काला धन अब रहा नहीं जी।
काली कमाई न आई नजर
इसलिए तो घोषणा आया जी
मंसूबो पर फिरता देख पानी
याद आ रही नानी जी।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति