प्रहरी सजग सुजान,सदा सीमा पर रहते।
शीत घाम बरसात,सभी हिम्मत से सहते।
सोय चैन से देश, जगे रखवाली करते।
प्रीत शहादत रीत, वही बलिदानी रचते।
देश धरा का मान, रखे जो जीवन देकर।
कहते उन्हे शहीद,गये जो यश को लेकर।
करता वतन सलाम, सपूती भारत माता।
मरे राष्ट्र के हेतु, कभी यह अवसर आता।
हमे बहुत है गर्व, वतन भारत है अपना।
मेरा देश महान , हमारा जागृत सपना।
सैनिक के अरमान,तिरंगा कफन सदा से।
लड़े शहीदी शान, सजग प्रहरी विपदा से।
देकर निज बलिदान,नई जागृति वो लाते।
रखे देश ईमान, शहादत जो सिखलाते।
बलिदानी संगीत, बना जाते स्वर लहरी।
देकर अपनी जान, अमर रहते ये प्रहरी।
नाम– बाबू लाल शर्मा
साहित्यिक उपनाम- बौहरा
जन्म स्थान – सिकन्दरा, दौसा(राज.)
वर्तमान पता- सिकन्दरा, दौसा (राज.)
राज्य- राजस्थान
शिक्षा-M.A, B.ED.
कार्यक्षेत्र- व.अध्यापक,राजकीय सेवा
सामाजिक क्षेत्र- बेटी बचाओ ..बेटी पढाओ अभियान,सामाजिक सुधार
लेखन विधा -कविता, कहानी,उपन्यास,दोहे
सम्मान-शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र मे पुरस्कृत
अन्य उपलब्धियाँ- स्वैच्छिक.. बेटी बचाओ.. बेटी पढाओ अभियान
लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः