मोनिका ने अपनी बड़ी बेटी प्रिया की शादी बड़ी ही धूम धाम से की । बड़े अरमानों के साथ उसे बिदा किया । फूल सी नाज़ुक प्रिया का ससुराल वालों ने स्वागत बहुत अच्छे से किया । अभी कुछ ही दिन बीते थे की घर वालों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए । प्रिया ने भी सोचा मुझे भी यहाँ कौन सा अधिक दिनों तक रहना है । छुट्टियाँ समाप्त होते ही मैं यहाँ से बाम्बे चली जाऊँगी । वहाँ मुझे इन गहनों की ज़रूरत भी नहीं । चुपचाप उसने अपने सारे ज़ेवर दे दिए । अपने माँ पापा से भी नहीं कहा ।
थोड़े दिनों बाद प्रिया बाम्बे चली गई ।
अशोक का व्यवहार भी प्रिया के साथ कुछ ज़्यादा ठीक नहीं था । वो उसे हमेशा ताना मारा करता क्या दिया है तुम्हारे माँ बाप ने , कुछ भी नहीं । देखो ज़रा नितिन को ससुराल से कार मिली है । एक फ़्लैट भी गिफ़्ट किया है उसे । तुम देखो क्या दिया तुम्हारे माँ बाप ने । रोज़ रोज़ सुन कर प्रिया के कान पक गए थे ।
एक दिन उसने ग़ुस्से में कह दिया क्या नहीं दिया ये बताओ मेरे मम्मी पापा ने । अरे जो कुछ तुम लोगों ने माँगा वो सब दिया अब और क्या दे दें । अभी मेरी छोटी बहन भी है शादी के लिए क्या सब कुछ तुम्हीं को दे देते । तुम्हें घर चाहिए न बस वो भी मिल जाएगा ।
प्रिया ख़ुद इतना कमाती थी कि उसे किसी की ज़रूरत नहीं थी उसने दूसरे दिन ही एक फ़्लैट बुक कर दिया । उसके पेपर लाकर अशोक के हाथ में थमा दिए । लो तुम्हें घर चाहिए था न ये रहे घर के पेपर । अब मेरे माँ पापा को मत कोसना ।
साल भर भी नहीं हुए थे कि घर में नया मेहमान आ गया । एक प्यारे से बेटे जन्म हुआ पोते को देखने सास ससुर आए तो जम कर वहीं के हो गए । अब क्या था पूरा परिवार किसी किसी बात को लेकर प्रिया को पीटता तो kabhi खाना नहीं देते । तंग आकर हारकर प्रिया ने अपनी मम्मी से सारी बातें बताई ।
मोनिका और रमेश ने अपनी बेटी की ख़ुशी की ख़ातिर अशोक की सारी शर्तें पूरी करते रहे । उन्हें लगा शायद ऐसा करने से उनकी बेटी का जीवन सुखी हो जाएगा पर नहीं !
प्रिया की दिन पे दिन परेशनियाँ और बढ़ने लगी । अशोक ने इस बार ५० लाख की माँग की । पैसे मिलने पर प्रिया को मार डालने की धमकी दी । प्रिया ने कह दिया मैंमर जाऊँगी पर अब अपने पापा से पैसे नहीं माँगूँगी । तुम जैसे लालची दरिंदे को अब एक भी पैसा नहीं मिलेगा । अशोक ने प्रिया को कमरे में बंद कर ख़ूब पीटा , उसे खाना नहीं दिया उसके बेटे से भी दूर कर दिया । नन्हा राहुल भूख से रोता रहा पर अशोक ने बच्चे को बिलखता छोड़ दिया । अशोक की मनमानी बड़ती जा रही थी उसका पूरा साथ उसकी माँ दे रही थी ।
इधर कई दिनों से मोनिका को प्रिया की कोई ख़बर नहीं मिली तो उसे भी घबराहट होने लगी । मोनिका ने अशोक को फ़ोन लगाया । प्रिया कैसी है ????
अशोक ने अपनी डिमांड बता दी और कह दिया अगर आपने दो दिनों में मुझे ५० लाख नहीं दिए तो अभी तो ज़िंदा है दो दिन बाद पता नहीं ……….बोल कर फ़ोन रख दिया । प्रिया को जब सारी बातें पता चली तो उसने अशोक के दफ़्तर जाते ही बैग उठाया और थाने चली गई । वहाँ उसने अशोक और उसकी माँ के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज करवा दी ।शाम को जैसे ही अशोक आया प्रिया ने साफ़ कह दिया अब मैं तुम्हारी धमकियों से डरने वाली नहीं । अब मैं नहीं जो कुछ करेगी पुलिस ही करेगी ।पर अशोक ने कुछ और ही सोच रखा था । उसने पूरी रूप रेखा तैयार कर रखी थी प्रिया को ऊपर पहुँचाने की । रात में खाना बड़े प्रेम से खाया प्रिया के साथ बैठ कर और उसके बाद दोनों कमरे में गए । प्रिया को लगा अशोक डर गया पर ऐसा कुछ न था । तुम आराम करो मैं कुछ काम निपटा कर आता हूँ और थोड़ी ही देर बाद प्रिया की चीख़ कमरे में गूँज उठी ……..प्रिया जो सोई तो उसने सुबह का सूरज नहीं देखा । अशोक ने उसे गला घोंट कर मार दिया और पंखे से लटका कर एक स्टूल वहाँ रख दिया । बाहर आकर सोफ़े पे सो गया ।
सुबह ज़ोर ज़ोर से हल्ला मचाने लगा सारी बिल्डिंग के लोगों को माँ ने इकट्ठा कर लिया । मेरी बहु ने फाँसी लगा ली चली गई का रोना पीटना मचा दिया । जब ख़बर प्रिया के माता पिता को लगी तो उनके धो होश ही उड़ गए कहाँ वो अपनी बेटी की ख़ातिर पैसे ले कर निकल चुके थे उन्हें क्या पता था कि इन *दहेज के लालची दरिंदे* सुबह होने का भी इंतज़ार न कर पाएँगे ।
#अदिति रूसिया
वरासिवनी