कविता क्या है??*

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manisha nema

शांत चित्त ताल के पानी पर,
तिनके के व्यवधान से उत्पन्न,
मंद पवन के उन्वान से व्युत्पन्न,
मदिर मदिर सरकती नौका के,
हौले हौले उत्पात से जनित,
किनारों को ढूंढती नन्ही नन्ही लहरों का,
उद्वेलनाओं का बहाव है कविता……..

चंचल हिरणी सी दौड़ती,
तड़ित दामिनी सी कौंधती,
कलकल करती दरिया सी मचलती,
कलरव कर चिड़ियों सी बतियाती,
सहज सदियों से जागती,
प्रकृति के मुख का सुन्दर प्रतिबिंब है कविता………….

युद्ध की विभीषिका है तलवारों की टंकार भी,
सुनामी की आपदा गरीबी की दास्तां,
चीत्कार की पुकार, रौद्र की हुंकार,
त्रासदी का हाहाकार है कविता………

ह्रदय स्पंदन के हौले से हिचकोले,
वमन भावनाओं का, गठन उलाह्नाओं का,
शमन आकांक्षाओं का, समाधान विडम्बनाओं का,
सरंध्र सुराही सा काम करती ये कविता……..
मन के प्रशीतलन का……

नाम- श्रीमती मनीषा नेमा
वर्तमान पता-थाणे
राज्य-महाराष्ट्र
शहर-थाणे
शिक्षा- पोस्ट ग्रेजुएट (वनस्पतिशास्त्र)
कार्यक्षेत्र- ट्रांसलेटर (इंग्लिश<>हिंदी)
विधा -दोहा, मुक्तक, छंदमुक्त, हाइकु, सेदोका,चोका, लेख, समसामयिक विषय गद्य
प्रकाशन- वर्तमान अंकुर, पत्रिका काव्य स्पंदन, दैनिक भास्कर,
सम्मान-सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए ऑनलाइन प्रशस्तिपत्र विभिन्न समूहों से, शब्द श्री, काव्य प्रत्यूषा, आदि
अन्य उपलब्धियाँ-………शिक्षिका रह चुकी हूँ, कम्प्युटर प्रशिक्षक, ट्रांसलेटर
लेखन का उद्देश्य-अपने मन के भाव लिखना, समाज में बदलाव लाना
एक मौलिक रचना-शीर्षक सहित कविता क्या है?

matruadmin

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  1. सर, मेरी रचना को मात्रभाषा पर स्थान देने के लिए आपका ह्रदय से आभार.

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।