जिसने हमें जन्म दिया, उसका मानें हम उपकार। वह माँ धरा पर है न्यारी, उसे बार-बार करुं प्रणाम। माँ के रूप में देवी है वो, दुख घनेरे सहती है जो। सदा भला वह चाहने वाली, ममता की अदभुत मूरत है वो। मैं नवाजूं चरणों को उसके, चरणों मे उसके है […]
धर्मदर्शन
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