मर्यादा पुरुषोत्तम हैं राम, सबके मुख पर हैं बस राम ही राम। राम नहीं किसी एक धर्म के, राम नहीं किसी एक वर्ण कै। सबके दिल में रहते राम, सुबह बोलो या बोलो शाम। हिन्दुस्तान में है मंदिर राम, पाकिस्तान में भी मंदिर राम। ब्रिटेन में है मंदिर राम, अमेरिका […]
काव्यभाषा
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