पराई जब हम छोटे थे तब हमें समझाते थे की लड़की पराया धन है जब थोड़े बड़े होते गए अब समझ में आया अपनी लड़की बहन बेटी बुआ यह सब है लड़की वो भी है जो हमारे घर में आई है मम्मी दादी पत्नी चाची ताई पर यह तो हो […]

कृषक चर्चा में मास भर से आन्दोलन धरना प्रदर्शन में पहली बार नहीं इससे पूर्व भी कई बार आखिर क्यों किसलिए ? अब और तब आ जाना पड़ जाता है सड़क पर कहलाता अन्नदाता आधार निवाले का पर, किन्तु ,परन्तु ,लेकिन-वेकिन सब इसके हितैषी बड़े-बड़े बोल बोलने वाले तथाकथित अपना […]

शब्दकोश अक़्ल= बुद्धि, तर्क, ज्ञान अकबर= सबसे महान अकसर= अधिकतर, आमतौर पर, बहुत, बार बार अख्ज़= पकड़नेवाला, लेनेवाला, छीनने वाला, लोभी अख़बार= समाचार, समाचारपत्र अगर= यदि, तथापि अग्य्ा़ार= अजनबी, प्रतिद्वन्दी (गै़र का बहुवचन) अगल़ात= अशुद्धियां (गल़त का बहुवचन) अर्जमन्द= महान अऱ्ज= धरती, क्षेत्र, पृथ्वी अजनबी= आंगतुक, विदेशी, परदेसी अज़ल= अनन्तकाल, […]

तेरी आँखों का सागर हो गया हूँ ख़ुदा जाने ये क्योंकर हो गया हूँ। किसी डाली से पत्ते की तरह टूटा उसी पत्ते का मंज़र हो गया हूँ बहुत नाक़ाम था नाशाद था लेकिन तेरी सोहबत से बेहतर हो गया हूँ। तुम्हारी इक हँसी पर जान भी दे दूँ तुम्हें […]

कोख में आने से जन्मने तक जन्मने से मर जाने तक युद्ध लड़ रही है लड़कियां हालांकि वे नही लड़नी चाहती कोई युद्व उन्हें नही जीतने गढ़ नही जीतने निजाम नही ही जीतने इंद्रप्रस्थ, वे नही लड़ना चाहती कोई कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र हैं कि थोप दिए गए हैं उनपर लाद दिये […]

स्वस्थ चिंतन से ज्ञान बढेगा व्यर्थ चिंतन से तनाव बढ़ेगा स्वस्थ मन से प्रबल हो बुद्धि चिंचित मन से दुर्बल हो बुद्धि मन को शांत रखने की युक्ति व्यर्थ चिंतन से पा लो मुक्ति राजयोग जीवन मे अपना लो स्थिर मन का आधार बना लो नही रहेगी फिर कोई विपदा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।