भारत माँ के चरणों मे हम, अपना शीश चढ़ाने आए हैं। मतवाले आज़ादी के हम, पुत्र धर्म निभाने आए हैं।। माँ को जिसने दर्द दिये हैं, उनको धूल चटाने आए हैं। अंग्रेजी हुकूमत को उनकी, औकात दिखाने आए हैं।। गुलामी की जंजीरों से हम, भारत माँ को छुड़ाने आए हैं। […]

भीड़ असहाय थी सहमा सहमा, खोया खोया मेरी आँखों में ख़ून का ज़हर था और दिल में नींद थी वह असहाय कपड़ों के तार उठा रहा था एक निरंतर मजबूरी द्वारा शब्द और शब्द का अर्थ बदल दिया गया था आश्चर्यजनक रूप से, दिन और रात गुलशन लगभग तेरह रात […]

संघर्ष सतत करते जाओ कभी न तुम थकने पाओ जीवन लक्ष्य ऊंचा बनाओ परिश्रम से सफलता पाओ परमात्म कृपा हो जाएगी जीवन राह सुगम हो जाएगी सद्ऱाह पर बस चलते जाना सफल दर सफल होते जाना विजयी मुकाम दूर नही है कठिनाई इसमें कोई नही है विकारो को बस छोड़ते […]

मंत्री जी बड़े बेचैन थे | कभी उठते, कभी बैठते तो कभी टी. वी. चालू बंद करते | वैसे गोद लिए चैनल देखकर मंत्री जी तृप्ति की साँस लेते थे, लेकिन इसबार उन्हें शांति मिल ही नहीं रही | लाला हरामदेव की तमाम हरकतें आजमा कर देख लीं पर शांति […]

सर्दी आई सर्दी आई, देखो देखो सर्दी आई। बच्चों बूढ़ों को ये डराने आई, जवानों को गले लगाने आई। स्वेटर, जैकेट और मफ़लर लाई, हम सबको टोपी पहनाने आई।। सर्दी आई सर्दी आई, देखो देखो सर्दी आई। कम्बल निकले निकली रजाई, ऊनी कपड़ों ने खूब धूम मचाई। किट किट दाँत […]

नई दिल्ली। दिसम्बर 18, 2020। विश्व हिंदू परिषद ने आज कहा है कि बजरंग दल के विषय में वॉल स्ट्रीट जर्नल की मिथ्या रिपोर्ट के आधार पर राहुल गांधी ने जिस प्रकार फेसबुक की आड़ में बजरंग दल को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा उससे उनकी मानसिकता की कलई खुल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।