तासी ने इतिहास रचाया। पीछे रामचंद्र ने गाया।। आदिभक्तिअधु रीति बनाई। चारभाग संवत में गाई।। खुसरो जग विद्या वरदाई। चारों आदि कवि कहलाई।। रामकथा तुलसी ने गाई। बीजक कबीरा कही सुनाई।। मीरा सूरा खान बखाना। नंद चतुर्भुज वल्लभ जाना। रामा तुलसी नाभा गाते। अग्र ह्रदय प्राणा भी आते।। सेन भगत […]